उत्तर के मैदानी भाग पर टिप्पणी - A Note on the Northern Plain

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Ques. उत्तर के मैदानी भाग पर टिप्पणी लिखें। (Write a note on the northern plain)


उत्तर के मैदानी भाग पर टिप्पणी

Ans . उत्तर का मैदानी भाग उत्तर के पर्वतीय मैदान और दक्षिण के पठारी भाग के मध्य स्थित तथा गंगा , ब्रह्मपुत्र तथा सिन्धु नदी प्रणाली से निर्मित भारत का उत्तरी मैदान 2400 किमी ० लम्बा और 180-300 किमी ० चौड़ा है । इसका क्षेत्रफल लगभग 7 लाख वर्ग किलोमीटर है धरातल की बनावट और ऊँचाई में भिन्नता के आधार पर इस मैदानी भाग को भाँवर तराई भाग और रदार नामक चार भागों में विभक्त किया जाता 1 है।

लाभ- 
  1. वह भाग कृषि के लिए अत्यन्त अनुकूल है , क्योंकि इसका निर्माण नदियों द्वारा लायी गयी मिट्टियों से हुआ।
  2. इस भाग में जाल की तरह फैली नदियाँ सिंचाई , परिवहन और विद्युत उत्पादन में सहायक हैं। 
  3. इस भाग का परिवहन - सम्बन्धी महत्त्व भी अधिक है ; क्योंकि इसकी भूमि समतल है। 
  4. यह भाग खनिज भण्डारों से भरा पड़ा।

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